Jamane mein kaha tuti huyi tasveer banti hai
ज़माने में कहाँ टूटी हुई तस्वीर बनती है
ज़माने में कहाँ टूटी हुई तस्वीर बनती है
तेरे दरबार में बिगड़ी हुई तकदीर बनती है
तारीफ़ तेरी निकली है दिल से आई है
लब पे बन के कवाली
शिर्डी वाले साईं बाबा आया है तेरे दर पे सवाली
लब पे दुआए, आँखों में आंसू,
दिल में उमीदें, पर झोली खाली
ओ मेरे साईं देवा, तेरे सब नाम लेवा
जुदा इंसान सारे, सभी तुझ को प्यारे
सुने फ़रिआद सब की, तुझे है याद सब की
बड़ा है कोई छोटा, नहीं मायूस लौटा
अमीरों का सहारा, गरीबो का गुजारा
तेरी रहमत का किस्सा बयान बावरा करे क्या
दो दिन की दुनिया, दुनिया है गुलशन
सब फूल कांटे, तू सब का माली
खुदा की शान तुझ में, दिखे भगवान् तुझ में
तुझे सब मानते हैं, तेरा घर जानते हैं
चले आते हैं दौड़े, जो खुशकिस्मत हैं थोड़े
यह हर राही की मंजिल, यह हर कश्ती का साहिल
जिसे सब ने निकाला, उसे तुने संभाला
तू बिछड़ो को मिलाये, बुझे दीपक जलाए
यह गम की राते, राते यह काली,
इनको बनादे बाबा ईद और दीवाली