लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो Ladli Samne Mere Baithi Raho

Ladli Samne Mere Baithi Raho

राधा रानी जी के भजन

 लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो

 लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो

मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ 


लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो

मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ 


अपने नैनों से करुणा की वर्षा करो

मैं उसी रस में जी भर नहाती रहूँ 


बिक गयी शौक से जग के बाज़ार में

तब कही जाके ब्रज में सहारा मिला 


आंसुओ की बहाती नदी प्रेम में,

फिर कहीं जाके मुझको बरसाना मिला 


भोरी हो भोरी हो तुम तो मोरी ही हो,

अब तो चरणों को तेरे दबाती रहूँ 


लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,

मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ 


लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,

मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ 


अपने नैनों से करुणा की वर्षा करो,

मैं उसी रस में जी भर नहाती रहूँ 


लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,

मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ 


लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो,

मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ 


मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ

मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ

मैं तो चरणों को तेरे दबाती रहूँ 


लाड़ली सामने मेरे बैठी रहो

मैं आँखों से आँसू बहाती रहूँ 

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