Tere Dar ko Mai Chhod Kaha Jau
तेरे दर को मै छोड़ कहा जाऊं
तेरे दर को मै छोड़ कहा जाऊं
ना दूजा कोई द्वार ना दिखे
तुझ बिन जीना भी क्या जीना
तेरा दर ही मेरा ठिकाना
हो तेरे दर को मै.
तेरा दर्शन जब मै पाऊ
दुनिया के गम भूल ही जाऊ
हो तेरे दर को मै.
इतनी कृपा बस हम पर कर दे
नाम तेरा गाऊ मुझे यही वर दे
हो तेरे दर को मै.