साई बाबा के आरतियों का संग्रह Shirdi Sai baba ki Aarti

Sai baba ji ki Aarti Lyrics in Hindi  ॐ साई साई बाबा के भगतों के लिए हमने साई बाबा के तीन आरतियों  का संग्रह पब्लिश किया है. 

साई बाबा आरती संग्रह Sai baba ji ki Aarti Lyrics
 

Sai baba ji ki Aarti Hindi (1)

शिर्डी में अवतार रचाया 

चमत्कार से तत्व दिखाया

कितने भक्त शरण में आए 

वे सुख़ शांति निरंतर पाए

आरती श्री साई गुरुवार की

 

भाव धरे जो मन मैं जैसा 

साई का अनुभव हो वैसा

गुरु को उदी लगावे तन को 

समाधान लाभत उस तन को

आरती श्री साई गुरुवर की

 

साईं नाम सदा जो गावे सो 

फल जग में साश्वत पावे

गुरुवार सदा करे पूजा सेवा 

उस पर कृपा करत गुरु देवा

आरती श्री साई गुरुवर की 

 

राम कृष्ण हनुमान रूप में 

दे दर्शन जानत जो मन में

विविध धरम के सेवक आते

 दर्शनकर इचित फल पाते

आरती श्री साई गुरुवर की

 

जय बोलो साई बाबा की ,

जय बोलो अवधूत गुरु की

साई की आरती जो कोई गावे

 घर में बसी सुख़ मंगल पावे

आरती श्री साई गुरुवर की

 

अनंत कोटि ब्रह्मांड नायक 

राजा धिराज योगी राज ,

जय जय जय साई बाबा की

आरती श्री साई गुरुवर की 

परमानंद सुरवर की  

Sai baba ji ki Aarti ( 2 ) 

आरती श्री साईं गुरुवर की, 

परमानन्द सदा सुरवर की।

जा की कृपा विपुल सुखकारी, 

दुःख, शोक, संकट, भयहारी।

 

शिरडी में अवतार रचाया, 

चमत्कार से तत्त्व दिखाया।

कितने भक्त शरण में आए, 

वे सुख शान्ति निरंतर पाये।

 

भाव धरै जो मन में जैसा, 

साईं का अनुभव हो वैसा।

गुरु की उदी लगावे तन को, 

समाधान लाभत उस तन को।

 

साईं नाम सदा जो गावे, 

सो फल जग में शाश्वत पावे।

गुरुवासर करि पूजा सेवा, 

उस पर कृपा करत गुरुदेवा।

 

राम, कृष्ण, हनुमान रूप में, 

दे दर्शन जानत जो मन में।

विविध धर्म के सेवक आते, 

दर्शन कर इच्छित फल पाते।

 

जै बोलो साईं बाबा की, 

जै बोलो अवधूत गुरु की।

साईं की आरती जो कोई गावै, 

घर में बस सुख मंगल पावे।

Sai baba ji ki Aarti ( 3 )

ॐ जय साईं हरे

बाबा शिरडी साईं हरे

भक्तजनों के कारण

उनके कष्ट निवारण

शिरडी में अवतरे

ॐ जय साईं हरे  ॐ जय

 

दुखियन के सब कष्टन काजे

शिरडी में प्रभु आप विराजे

फूलों की गल माला राजे

 कफनी, शैला सुन्दर साजे

कारज सब के करें 

ॐ जय साईं हरे  ॐ जय

 

काकड़ आरत भक्तन गावें, 

गुरु शयन को चावड़ी जावें

सब रोगों को उदी भगावे, 

गुरु फकीरा हमको भावे

भक्तन भक्ति करें

ॐ जय साईं हरे  ॐ जय

 

हिन्दु मुस्लिम सिक्ख इसाईं

बौद्ध जैन सब भाई भाई

रक्षा करते बाबा साईं

शरण गहे जब द्वारिकामाई

अविरल धूनि जरे

ॐ जय साईं हरे  ॐ जय

 

भक्तों में प्रिय शामा भावे 

हेमडजी से चरित लिखावे

गुरुवार की संध्या आवे 

शिव, साईं के दोहे गावे

अंखियन प्रेम झरे, 

ॐ जय साईं हरे ॐ जय

 

ॐ जय साईं हरे,

बाबा शिरडी साईं हरे

शिरडी साईं हरे 

ॐ जय साईं हरे  ॐ जय

 

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