श्याम तोसे प्रीत लगाई रे Shyam Tose Preet Lagai Re

Shyam Tose Preet Lagai Re Lyrics

श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 

 श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 

श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 


मैं तो शाम तेरी ही दीवानी

मैं तो शाम तेरी ही दीवानी

क्यों तूं भुलाई रे 


श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 

श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 


नित उठ तेरी छवि निहारूं 

नित उठ तेरी छवि निहारूं 

तेरे भवन में झाड़ू  बुहारूं

तेरे भवन में झाड़ू  बुहारूं


पल पल मैं तुझको ही पुकारूँ

सुबह शाम तेरी नज़रें उतरूं

तेरे चरणों में जीवन बिताऊं 

तेरे चरणों में जीवन बिताऊं 

अर्ज सुनाई रे 


श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 

श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 


हर सत्संग कीर्तन में मैं जाऊं

हर सत्संग कीर्तन में मैं जाऊं

मीरा बन तुझको रिझाऊं 

मीरा बन तुझको रिझाऊं 


तेरे नाम की रतन लगाउबन

हर पल तुझको भूल न पौन

कैसे मेरे मन को समझाऊं

कृष्ण कन्हाई रे


श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 

श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 

कण कण में नारायण तू दीखता

रोम रोम में तू ही तो बसता 

मुझको बता तूं आकर के रास्ता

सब कहते हैं पालन करता


सुनील शर्मा तुझको हो भजता

क्यों देर लगायी रे 

श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 

श्याम तोसे प्रीत लगाई रे 

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