बुरे काम का बुरा नतीज़ा Bure Kaam Ka Bura Natija

Bure Kaam Ka Bura Natija Lyrics

 बुरे काम का बुरा नतीज़ा

 बुरे काम का बुरा नतीज़ा

ना मानो तो कर देखो


जिसने जिसने किया है भइआ

उसका उकसा घर देखो


गैरों कस धन देख के लालच

छोडो मत अफ़सोस करो


जितना दिया विधाता ने 

बस उसमे संतोष करो


अपने पराये में कभी 

तुम भूल के न अंतर देखो


जिसने जिसने किया है भइआ

उसका उकसा घर देखो


ढली उम्र तो अपनी करनी 

पर दुःख हुआ मलाल हुआ


अरे भोग रहे करनी पापों का

घड़ा गया है भर देखो


जिसने जिसने किया है भइआ

उसका उकसा घर देखो


बन कर के अन्यायी जिसने

दौलत शोहरत पाया है


निर्धन का अधिकार छीन कर

धन का महल बनाया है


नीच करम के नीच करम के 

चक्रवियु में गया उलझ के मर देखो 


जिसने जिसने किया है भइआ

उसका उकसा घर देखो


 बुरे काम का बुरा नतीज़ा

ना मानो तो कर देखो


जिसने जिसने किया है भइआ

उसका उकसा घर देखो

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