गीत – दुश्मन ना करे
गायक – अमित कुमार, लता मंगेशकर
संगीत – राजेश रोशन
गीतकार – श्यामलाल बाबू राय
Dushman Na Kare Lyrics
दुश्मन न करे दोस्त ने
वो काम किया हैं
दुश्मन न करे दोस्त ने
वो काम किया हैं
उम्र भर का ग़म
हमें इनाम दिया हैं
दुश्मन न करे दोस्त ने
वो काम किया हैं
उम्र भर का ग़म
हमें इनाम दिया हैं
तूफ़ान में हमको छोड़ के
साहिल पे आ गए आए तूफ़ान में
हमको छोड़ के साहिल पे आ गए
साहिल पे आ गए ना खुदा का
ना खुदा का हमने जिन्हे नाम दिया हैं
उम्र भर का ग़म हमें इनाम दिया हैं
दुश्मन न करे
पहले तो होश छीन लिए
ज़ुल्म ओ सितम से आए
पहले तो होश छीन लिए
ज़ुल्म ओ सितम से
ज़ुल्म ओ सितम से
दीवानगी का दीवानगी का फिर
हमें इलज़ाम दिया हैं
उम्र भर का ग़म हमें इनाम दिया हैं
दुश्मन न करे
अपने ही गिराते हैं
नशेमन पे बिजलियाँ
अपने ही गिराते हैं
नशेमन पे बिजलियाँ
नशेमन पे बिजलियाँ
गैरो ने आके
गैरो आके के फिर भी
उसे थाम लिया हैं
उम्र भर का ग़म हमें इनाम दिया हैं
दुश्मन न करे
बन के रक़ीब बैठे हैं
वो जो हबीब थे
आए बन के रक़ीब बैठे हैं
वो जो हबीब थे वो जो हबीब थे
यारो ने खूब यारो ने खूब फ़र्ज़ को
अंजाम दिया हैं उम्र भर का ग़म
हमें इनाम दिया हैं
दुश्मन न करे दोस्त ने
वो काम किया हैं उम्र भर का ग़म
हमें इनाम दिया हैं.