Maiya Maine Do Do Kul Apnaye Lyrics
मइया मैंने दो दो कुल अपनाए
मइया मैंने दो दो कुल अपनाए
मइया मैंने दो दो कुल अपनाए
तन मन धन सब कर दिया अर्पण
मेरे न हो पाए मैंने दो दो कुल अपनाए
ओ मइया मैंने दो दो कुल अपनाए
मैंने दो दो कुल अपनाए
एक कुल में मैंने जनम लिया है
बीस वर्ष है बिताये
ऐसे हो गए वो निर्मोही
भेज के देश पराये ओ मइया
ओ मइया मैंने दो दो कुल अपनाए
मैंने दो दो कुल अपनाए
दूजे कुल में मैं व्याह के आई
सब अनजाने अपनाये
तन मन धन से करि है सेवा
सबके हुकम बजाए
ओ मइया मैंने दो दो कुल अपनाए
ओ मइया मैंने दो दो कुल अपनाए
बेटी से फिर बहु बानी में
मां बन लाड लडाई
मेरे मन की कोई सुने न
नैनन नीर बहाये ओ मइया
ओ मइया मैंने दो दो कुल अपनाए
मैंने दो दो कुल अपनाए
मां बाबुल का मां बढ़ाया
सास ससुर का वंश चलाया
जब माँ मुझको जरुरत
लगने लगे पराये ओ मइया
मैंने दो दो कुल अपनाए
मैंने दो दो कुल अपनाए
हर बेटी की यही कहानी
यूँ तो है ये सदिओं पुराणी
बहु तो घर की होती लक्ष्मी
कोई क्यों न लाड लड़ाए
ओ मइया मैंने दो दो कुल अपनाए
मैंने दो दो कुल अपनाए