Arijit Singh Ishita Vishawakarma
Mann Jogia Lyrics
मन जोगिया जोगिया, इक तू ही जोग है मेरा
दिल हो गया, रोगिया, और तू ही रोग है मेरा
मन जोगिया जोगिया, इक तू ही जोग है मेरा
दिल हो गया, रोगिया, और तू ही रोग है मेरा
उमर भर मैं तेरी, परवाह करूं
के मर जाऊं जो तुझे, रुसवा करूं
तू सपने देखे जिन्हे मैं, पूरा करूं
के अब तो रब भी है दूजा, पहला है तू
नेह का धागा, जो लगा यूं, ना तोड़ जाना तू
ना छोड़ जाना तू ना छोड़ जाना तू
नेह का धागा, जो लगा यूं, ना तोड़ जाना तू
ना छोड़ जाना तू ना छोड़ जाना तू
तेरे बिना मैं, मेरे बिना तू जचता नहीं
दिल पे जो नाम, और कोईरचाता नहीं
तेरे बिना मैं, मेरे बिना तू जचता नहीं
दिल पे जो नाम, और कोईरचाता नहीं
हां संग तेरा जरूरी है, ना अब मंजूर दूरी है
मेरे हंसने पे रोने पे, हक बस है तेरा
के हर सुबह देखूं मैं, चेहरा तेरा
तू सांसें बन जा मैं धड़कन, दिल की तरह
हां मेरी पलकों से ओझल, होना तू ना
के तुझको देखे बिना ना, रह पाऊंगा
मन जोगिया जोगिया, इक तू ही जोग है
दिल हो गया, रोगिया, और तू ही रोग है मेरा
मन जोगिया जोगिया, इक तू ही जोग है
दिल हो गया, रोगिया, और तू ही रोग है मेरा
नेह का धागा, जो लगा यूं, ना तोड़ जाना तू
नेह का धागा, जो लगा यूं, ना तोड़ जाना तू