Ashiqon Ki Mehfil Lyrics Payal Dev

हो गयी है बहोत तेरी मन मार्जियाँ
अब तू सुनले जरा इश्क़ की अर्जियां
फिर शुरू हो गयी तेरी बेशर्मियाँ
क्यूँ समझते नहीं मेरी खामोशियाँ

इतना सत्ताओ ना दिल को जलाओ ना
दूर हटो हमसे हाथ लगाओ ना
हुस्न का मान बुरा हाल मेरा देख मेरी जान
आशिकों कि मेहेफिल में कबसे खड़े हैं

आशिकों कि मेहेफिल में कबसे खड़े हैं
एक निगाह गलती से हम पे भी डालो
बाद में ज़माने से तुम इश्क़ करना
आग जो लगी है वो पेहले बुझालो

आशिकों कि मेहेफिल में लाखों खड़े हैं
क्यूँ निगाह अपनी मैं तुमपे ही डालूं
इस कदर हसी हूँ की सारा जमाना
रोज हमसे केहेता है अपना बना लो

इस तराह नजाकत से पलके झुकाना
तुम्हें खूब आता है पागल बनाना
हो बात को इशारों में हम केह रहे हैं
और तुम ये केहेते हो लिख के बताना

समझ भी जाओना पास तो आओना
हुस्न का मान बुरा हाल मेरा देख मेरी जान
आशिकों कि मेहेफिल में लाखों खड़े हैं
क्यूँ निगाह अपनी मैं तुमपे ही डालूं

इस कदर हसी हूँ कि सारा जमाना
रोज हमसे केहेता है अपना बना लो
तेरा दिदार हुआ दिल बिमार हुआ
नैनो से जो तीर चला वो दिल के पार हुआ

मेरा दिदार हुआ तू बिमार हुआ
नैनो से जो तीर चला वो दिल के पार हुआ
हुस्न का मान बुरा हाल मेरा देख मेरी जान
आशिकों कि मेहेफिल में कबसे खड़े हैं

एक निगाह गलती से हम पे भी डालो
आशिकों कि मेहेफिल में लाखों खड़े हैं
क्यूँ निगाह अपनी मैं तुमपे ही डालूं

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